पहला दिल पियानो पर आया। वही फिर चित्रकारी और आर्किटेक्चर की ओर मुड़ गया। और पुरस्कारों की झड़ी लग गई। पहली बिल्डिंग-गोरिस्निका (स्लोवेनिया) को म्युनसिपल बिल्डिंग को अन्तर्राष्ट्रीय अवॉर्ड मिला। ग्यारह स्लोवेनियाई स्टैम्प बनाए। उनके चित्र भी बेहद सराह...........
अपनी दुनिया को बड़ा करने के छोटे-छोटे तरीके हैं ये किताबे!!
Take a look - Read a book.
No. of results : 286
सुनीता ने अपने बचपन को कहीं सहेजे रखा है वरना हम ये रंग और ये चित्रकारी कहाँ देख पाते! वे बच्चों व हम बड़ों के बीत चुके बचपन को लौटाने की मुहिम में जुटी हैं। उनके लिए जीवन है जिसे हम माँडना कहते हैं। हैं। माँडना बनते देखो। उँगली के भीतर जितने पास जीव...........
प्कवि प्रभात जहाँ जाते हैं समूचा राजस्थान जाता है। फिर वो कविता में जाएँ कि कहानी में। वरना वे क्यों लिखते कि - बस में एक गड़रिया आया, कंडक्टर उस पर झल्लाया। भाई तू भेड़ों का रेवड़, बस के भीतर ही ले आया। पर भेड़ें क्या सिर्फ राजस्थान में होती हैं? य...........
बच्चों को सिखाने की कोशिश में पता चला हमें कितना कुछ उनसे सीखना पड़ा तब जाकर ये किताबें मुमकिन हुई। ज़रा बच्चों के साथ बैठकर ये किताबें (समय पोस्ट सीरीज़) पढ़िए तो पता चले... उस्ताद कौन! शागिर्द कौन! -गुलजार
इस धरती पर हमसे पहले आने वाले सब हमारे पूर्वज हैं। किसी चींटी के पूर्वज ने हमारे किसी पूर्वज के हाथों चीनी खाई होगी। दादी की दादी ने जिस पेड़ को देखा होगा, वह अभी दिखता है। दादी की दादी की तस्वीर नहीं है पर वह पेड़ है। उसे छूने से बेहतर अपने पूर्वजों...........
चन्दन बिना किसी लाग लपेट के कहानियाँ कहते हैं। शब्दों की फिजूलखर्ची उनके यहाँ बिलकुल नहीं है। उनकी लिखी कोई कहानी पढ़ो तो लगता है कि वो एक कहानी कहकर दो और कहानियों के लिए शब्द और 'कहना' बचा लेते हैं। चन्दन भाषा, शिक्षा और समाज से जुड़े मसलों पर शिक्...........
टाउल टापुल उसको सब टाउल टापुल कहते हैं अकसर उलटा पुलटा करती फिरती है स्कूल जाना को नाजा लकूस कहती है तस्दो दोस्त और किताब को ताकिब टीरो नीपा ज़ीरो पीपा क्या-क्या कहती है उलटी पुलटी दुनिया में खुश-खुश रहती है मीम्म मीम्म मम्मी पापा को पापा...........
इकतारा तक्षशिला का बालसाहित्य एवं कला केन्द्र है। इकतारा बच्चों की दुनिया में साहित्य तथा कला के रंग और अनुभव जुटाने में लगा है। बच्चों को अपने मन की किताबें, पत्रिकाएँ पढ़ने को मिलें। कहानियाँ सुनने को मिलें। कविताएँ गुनगुनाने को मिलें। चित्र आदि तम...........
"यह राष्ट्रपति भवन का चित्र है पापा ?" "हाँ बेटा, राष्ट्रपति भवन का चित्र है।" "इसमें कितने कमरे हैं पापा?" "इसमें 340 कमरे हैं बेटा।" “तो इसमें कितने राष्ट्रपति रहते हैं पापा?"
परी के फोटो रोल में सिर्फ दस फोटो बची हैं... उल्टी गिनती शुरू चलिए, समय में पीछे चलते हुए 1930 में चलते हैं... सोचिए, आज़ादी पूर्व की बम्बई में नौ किलो के रोलिफ्लेक्स कैमरे को पीठ पर बाँधे पूरे जोशोखरोश से गलियों में साइकिल चलाना कैसा रहा होगा। ...........
ये अनसुनी कहानियाँ हैं। हमारे एकदम पास रही आकर अनसुनी रही कहानियाँ। ये कहानियाँ हमारे बारे में भी काफी कुछ कहती हैं। इसलिए ये हमारी कहानियाँ भी हैं। यानी हमारी अपनी अनसुनी कहानियाँ...
उस समय मैंने एक बड़ी अजीब-सी खुशबू को महसूस किया। मैं तब से ढूँढ रहा हूँ। वैसी खुशबू आज तक दुनिया में फिर कहीं नहीं मिली। क्या वह हमारे प्रेम की खुशबू थी? या उसमें थोड़ी खुशबू चुक्कू की भी थी?
Jamuna grows up thinking of trees as family, as her brothers and sisters. So what does a good sister do when the lives of her siblings are in danger? Become Lady Tarzan, of course! This is the story of Padma Shri Jamuna Tudu, aka Lady Tarzan, and...........
Meet Usha, a young girl with a dream to be on stage! With a unique voice and talent for singing in many different languages, Usha grew up to be... A Rockstar in a Sari!
कुमार यह सुनकर बहुत खुश है कि जल्द ही उसके परिवार में एक नया मेहमान आने वाला है। वह उस नए मेहमान के लिए कुछ बनाना चाहता है। वह सोचता है, खूब सोचता है और तय करता है कि वह बनाएगा...
एलियन कभी आएँगे तो इसीलिए ही आएँगे कि चलो पृथ्वी पे चल रफ्फू की जलेबी खाएँगे
आइए लीला के साथ मिलकर देखते हैं कि एक छोटा-सा अण्डा किस तरह एक खूबसूरत जीव में बदल जाता है।
सेबों की पूरी दुनिया सेबों के बीज में सेबों का पेड़ पूरा छोटी-सी चीज़ में।
फेरीवालों से जामुन खाकर बहन बोलती थी - आज का दिन बन गया। यानी सिर्फ पृथ्वी के घूमने से दिन रात नहीं बनते। उन्हें फेरीवाले भी बनाते हैं।
आधी रात को अचानक ज़ोरों की आवाज़ें होने लगीं। क्या आसमान गिरने वाला है? क्या धरती फट रही है? आखिर हो क्या रहा है?
आज लॉकडाउन का सातवाँ दिन है और सब कह रहे हैं कि आसमान फिर नीला हो गया है। जामलो चल पड़ी है। वह सीधे सामने की सड़क को देखती है। सड़क लम्बी है। दुनिया थम गई है। सड़कें सूनी हैं और स्कूल बन्द हैं। सारा कामकाज ठप हो चुका है और लोगों की जुबान पर ...........
ये कहानी है एक बौने-से, पतले-से, बिना दाँत के बूढ़े आदमी की, जिसने इंजन से चलने वाली चारपाई बनाकर अपनी बीमारी को हरा दिया।
गोपी गाने का शौकीन है और बाघा बजाने का। पर दोनों के घरवाले और गाँववाले उनके गाने-बजाने से तंग आकर उन्हें गाँव से निकाल देते हैं। दोनों परेशान होकर जंगल में पनाह लेते हैं। वहीं पर उन दोनों की पहली मुलाकात होती है जो गहरी दोस्ती में बदल जाती है। और फिर...........
Bumboo is a playful and loving donkey in Ladakh, adored by young Padma. As he grows up and the tourist season approaches, what does the family discover about him? Why does he behave differently as night falls? Why does he not move at all? Will Pad...........
तो इस तरह यह अफवाह फैलती गई...और फैलती गई! हर कोई आतंकित है।